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*+ल गोटे ितरंगेकी
FE MECH
दास ान
जब दुìन मेरे जवानx को मारता है
१५ अगJ १९४७
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तो वो ये नही पूछता तू ]हदू है या मुसलमान
जभी मेरा जवान शहीद होता है
भारत के आज़ादी का ]दन
तो दद मुझे होता है।
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और उसी सुबह ठीक बारह बजे
जब मé शहीद जवानx को `लपटता î
पहली बार उस vनले आसमान मc मé खड़ा रहा
उनका लï मेरे बदन को छ ू ता है
और उस आज़ादी भरी हवा को महसूस कर ही
तो महसूस होता है तो बस देश के DQत ~ा]भमान
े
रहा था के तभी मेरी नजर मुझे सलामी दने वाले उन
और भारत को सुर`Wत रखने क) एक ]दली चाह।
चेहरो पर पड़ी ।
vकसीक) भगवतगीता तो vकसीका करान
ु
कोई Hशख तो कोई ईसाई कोई ]हदू तो कोई मुसलमान
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दोनो का एक]ह कहना अमन से रहना
हर चेहरे पर बस एकही आज़ादी क) मुëानl
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vकसीका कसpरया तो vकसीका हरा
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ये सब दखकर मé भी अपने आप से कहने लगा
तो Kा काम मेरे इन तीन रंगx का
मुझे फí है क) मé इस देश का Qतरंगा बना और मुझे
vकसने बताया झगड़ा करना
नाज़ है इसक) एकता पर।
भगवान ने या अñाहने
लेvकन आज मुझे शमÖ आती है इस देश का Qतरंगा
दोनो ने एक]ह तो Hसखाया अमन से रहना
कहलाने क)
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तो Kा फक है ]हदू और मुóमानो मc
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Kxक) vकसीका कसpरया तो vकसीका हरा
फक है तो बस Qवचारधाराओं मc
Ö
इस जंग मc मé कही खो गया
हमे इन Qवचारधाराओं को तोड़ना होगा
आप भूल गए vक इन दो रंगो के बीच मc
एक दूसरे का साथ दकर
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एक Åेत रंग भी है जो शांQत का Dतीक है।
Penned Down… | 19